B. R. Ambedkar in hindi- डॉ. भीमराव अंबेडकर बहुजन राजनीतिक नेता और महान चिंतक थे. उन्हें बाबासाहेब के नाम से भी जाना जाता है. B. R. Ambedkar को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया. डॉ. अंबेडकर को आधुनिक युग का मनु कहकर सम्मानित किया गया. आज यानी की 6 दिसंबर को डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि है, तो आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ रोचक तथ्य.
Dr. B. R. Ambedkar के बारे में रोचक तथ्य
1. डॉ. बी.आर. अंबेडकर का पूरा नाम डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर था. डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को म्हाऊ, मध्य प्रदेश, भारत में हुआ था. उनका वास्तविक सरनेम अंबावडेकर था. भीमराव के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था.
2. उन्होंने अमेरिका के कोलम्बिया विश्वविद्यालय से साल 1915 में अर्थशास्त्र से एम.ए. किया. इसके बाद प्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्री सेलिगमैन के मार्गदर्शन में अंबेडकर ने कोलंबिया विश्वविद्यालय से साल 1917 में पी.एच.डी. की उपाधि प्राप्त की.
3. भारत के राष्ट्रीय ध्वज में अशोक चक्र को जगह देने का श्रेय डॉ. भीमराव अंबेडकर को ही जाता है.
4. डॉ. अंबेडकर Labor Member of the Viceroy’s Executive Council के सदस्य थे और उनके संघर्ष के बाद ही फैक्ट्रियों में 12-14 घंटे काम करने का नियम बदल कर सिर्फ 8 घंटे कर दिया गया था.
5. डॉ. भीमाव अंबेडकर संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे.
6. डॉ. भीमराव अंबेडकर भारत के पहले कानून मंत्री थे.
7. बेहतर विकास के लिए 50 के दशक में ही बाबासाहेब ने मध्य प्रदेश और बिहार के विभाजन का प्रस्ताव रखा था, लेकिन साल 2000 में इसका विभाजन कर छत्तीसगढ़ और झारखण्ड बनाया गया.
8. हिन्दी में उनकी रचनावली ‘बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर सम्पूर्ण वाङ्मय’ के नाम से भारत सरकार द्वारा प्रकाशित की गई है. वहीं अंग्रेजी में उनकी रचनावली ‘डॉ. बाबा साहब अंबेडकर राइटिंग्स एंड स्पीचेज’ नाम से महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रकाशित की गई है.
9. डॉ. बी. आर अंबेडकर भारतीय संविधान की धारा 370, जो जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देता है, इस नियम के खिलाफ थे.
10. डॉ. अबेडकर ने दो शादियां की, जिसमें उनकी पहली पत्नी का नाम रमाबाई था. इनसे जब अंबेडकर की सगाई हुई तब वो 9 साल की थीं. उनकी दूसरी पत्नी का नाम सविता अंबेडकर था, जो एक ब्राम्हण परिवार से थी, लेकिन अंबेडकर के साथ रहने के लिए उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था.
11. अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार जीत चुके भारतीय अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन आंबेडकर को अपना पिता मानते हैं.
Image Courtesy : India Today
12. 1935 में भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई) बना था. इसका आधार आंबेडकर के हिल्टन यंग कमीशन के समक्ष प्रस्तुत किए गए विचारों पर बना.
13. डॉ भीमराव आंबेडर साइमन कमीशन के एकमात्र भारतीय मेंबर थे. आपको बता दें कि इस कमीशन का भारत में काफी विरोध हुआ था.
14. पूना पैक्ट, 1932 के तहत आंबेडकर के कारण ही दलितों के लिए सुरक्षित सीट की व्यवस्था की गई है.
15. डॉ भीमराव आंबेडकर पहले लोकसभा के लिए बंबई नॉर्थ से चुनाव लड़े, इसमें आंबेडकर को हार का सामना करना पड़ा था.
16. साल 1951 में हिंदू कोड बिल पेश किया गया था जिसका आंबेडकर ने विरोध किया और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
17. हिंदू धर्म में जाति प्रथा का विरोध करने वाले आंबेडकर सिख बनना चाहते थे. लेकिन सिख नेताओं से मिलने के बाद उन्होंने अपना विचार बदल दिया.
18. साल 1956 में आंबेडकर ने बौद्ध धर्म को अपना लिया.
19. आंबेडकर के बौद्ध धर्म अपनाने के बाद से ही भारत में बड़े पैमाने पर लोगों ने इस धर्म को अपनाना शुरू कर दिया .
20. साल 1948 में अंबेडकर मधुमेह से पीड़ित हो गए. जून से अक्टूबर साल 1954 तक वो बहुत बीमार रहे और बहुत ही कमजोर हो गए. डॉ. अंबेडकर का देहांत 6 दिसंबर, 1956 को 65 वर्ष की उम्र में दिल्ली में हुआ.
यह भी पढ़ें – Left Hand से काम करने वाले होते है अलग, जानिए इनके खास बातें
B. R. Ambedkar in hindi- डॉ. भीमराव अंबेडकर बहुजन राजनीतिक नेता और महान चिंतक थे. उन्हें बाबासाहेब के नाम से भी जाना जाता है. B. R. Ambedkar को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया. डॉ. अंबेडकर को आधुनिक युग का मनु कहकर सम्मानित किया गया. आज यानी की 6 दिसंबर को डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि है, तो आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ रोचक तथ्य.
Dr. B. R. Ambedkar के बारे में रोचक तथ्य
1. डॉ. बी.आर. अंबेडकर का पूरा नाम डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर था. डॉ. अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को म्हाऊ, मध्य प्रदेश, भारत में हुआ था. उनका वास्तविक सरनेम अंबावडेकर था. भीमराव के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था.
2. उन्होंने अमेरिका के कोलम्बिया विश्वविद्यालय से साल 1915 में अर्थशास्त्र से एम.ए. किया. इसके बाद प्रसिद्ध अमेरिकी अर्थशास्त्री सेलिगमैन के मार्गदर्शन में अंबेडकर ने कोलंबिया विश्वविद्यालय से साल 1917 में पी.एच.डी. की उपाधि प्राप्त की.
3. भारत के राष्ट्रीय ध्वज में अशोक चक्र को जगह देने का श्रेय डॉ. भीमराव अंबेडकर को ही जाता है.
4. डॉ. अंबेडकर Labor Member of the Viceroy’s Executive Council के सदस्य थे और उनके संघर्ष के बाद ही फैक्ट्रियों में 12-14 घंटे काम करने का नियम बदल कर सिर्फ 8 घंटे कर दिया गया था.
5. डॉ. भीमाव अंबेडकर संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष थे.
6. डॉ. भीमराव अंबेडकर भारत के पहले कानून मंत्री थे.
7. बेहतर विकास के लिए 50 के दशक में ही बाबासाहेब ने मध्य प्रदेश और बिहार के विभाजन का प्रस्ताव रखा था, लेकिन साल 2000 में इसका विभाजन कर छत्तीसगढ़ और झारखण्ड बनाया गया.
8. हिन्दी में उनकी रचनावली ‘बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर सम्पूर्ण वाङ्मय’ के नाम से भारत सरकार द्वारा प्रकाशित की गई है. वहीं अंग्रेजी में उनकी रचनावली ‘डॉ. बाबा साहब अंबेडकर राइटिंग्स एंड स्पीचेज’ नाम से महाराष्ट्र सरकार द्वारा प्रकाशित की गई है.
9. डॉ. बी. आर अंबेडकर भारतीय संविधान की धारा 370, जो जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देता है, इस नियम के खिलाफ थे.
10. डॉ. अबेडकर ने दो शादियां की, जिसमें उनकी पहली पत्नी का नाम रमाबाई था. इनसे जब अंबेडकर की सगाई हुई तब वो 9 साल की थीं. उनकी दूसरी पत्नी का नाम सविता अंबेडकर था, जो एक ब्राम्हण परिवार से थी, लेकिन अंबेडकर के साथ रहने के लिए उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था.
11. अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार जीत चुके भारतीय अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन आंबेडकर को अपना पिता मानते हैं.
Image Courtesy : India Today
12. 1935 में भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई) बना था. इसका आधार आंबेडकर के हिल्टन यंग कमीशन के समक्ष प्रस्तुत किए गए विचारों पर बना.
13. डॉ भीमराव आंबेडर साइमन कमीशन के एकमात्र भारतीय मेंबर थे. आपको बता दें कि इस कमीशन का भारत में काफी विरोध हुआ था.
14. पूना पैक्ट, 1932 के तहत आंबेडकर के कारण ही दलितों के लिए सुरक्षित सीट की व्यवस्था की गई है.
15. डॉ भीमराव आंबेडकर पहले लोकसभा के लिए बंबई नॉर्थ से चुनाव लड़े, इसमें आंबेडकर को हार का सामना करना पड़ा था.
16. साल 1951 में हिंदू कोड बिल पेश किया गया था जिसका आंबेडकर ने विरोध किया और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
17. हिंदू धर्म में जाति प्रथा का विरोध करने वाले आंबेडकर सिख बनना चाहते थे. लेकिन सिख नेताओं से मिलने के बाद उन्होंने अपना विचार बदल दिया.
18. साल 1956 में आंबेडकर ने बौद्ध धर्म को अपना लिया.
19. आंबेडकर के बौद्ध धर्म अपनाने के बाद से ही भारत में बड़े पैमाने पर लोगों ने इस धर्म को अपनाना शुरू कर दिया .
20. साल 1948 में अंबेडकर मधुमेह से पीड़ित हो गए. जून से अक्टूबर साल 1954 तक वो बहुत बीमार रहे और बहुत ही कमजोर हो गए. डॉ. अंबेडकर का देहांत 6 दिसंबर, 1956 को 65 वर्ष की उम्र में दिल्ली में हुआ.
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