भारतीय क्रिकेट टीम के सिर पर जितना प्रेशर होता है वो लोग उतना ही लाइफ को मजे के साथ जीते हैं। ऐसा आज से नहीं बल्कि दशकों से होता आ रहा है और अगर टीम इंडिया के सिर पर किसी गंभीर मैच का ज्यादा स्ट्रेस रहता है तब भी वे अपने हर पल को अच्छे से बिताते हुए मैदान में जाते हैं। कुछ ऐसा ही किस्सा आज हम आपको बताने जा रहे हैं जब Team India Dressing Room में मस्ती करती है तब क्या-क्या होता है और वे कितना धमाल मचाते हैं।
रोहित शर्मा से विवादों की खबरों के बीच यूएस-कैरेबियाई दौरे पर रवाना होने से ठीक पहले कप्तान विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और जोर देते हुए कहा था कि टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में माहौल बहुत अच्छा रहता है और सभी को अपना विचार रखने की आजादी भी वहां होती है। वाकई मैदान पर खिलाड़ियों का खेल ये बताने को काफी होता है कि ड्रेसिंग रूम का आखिर माहौल क्या होता है ?
क्या होता है Team India Dressing Room में
कभी किसी क्रिकेटर की बायोग्राफी या फिर किसी इंटरव्यू के जरिए भी अक्सर ड्रेसिंग रूम के अंदर की हलचल दुनिया के सामने आती है तो लोगो में उसे जानने की दिलचस्पी हो जाती है। इनमें से कुछ ऐसी ही कहानियां हैं जो बाहर आने के बाद हमेशा लोगों के दिमाग में दर्ज हो जाती है। ऐसी ही कुछ Team India Dressing Room की बातें हम आपको बताएंगे..
1. साल 1971 में फारुख इंजीनियर और सुनील गावस्कर का चयन रेस्ट ऑफ वर्ल्ड की टीम में हुआ था और मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से था। सुनील गावस्कर ने क्रिकेट में कदम रखा था जबकि इंजीनियर उनके सीनियल हुआ करते थे। इंजीनियर ने गावस्कर से ड्रेसिंग रूम में सलाह देने के इरादे से कहा कि शून्य पर आउट मत होना क्योंकि मेलबर्न पवेलियन से बहुत दूर है। इसमें मजेदार बात ये थी कि गावस्कर को हिदायत देने वाले इंजीनियर खुद शून्य पर आउट होकर लौटे थे और गावस्कर को बहुत हंसी आई थी।
2. साल 1986 में शारजहां में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच से पहले की एक बात है। मैच होने के बाद भारीतय क्रिकेट दिलीप वेंगसरकर द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में इस बात का खुलासा किया था कि दाउद इब्राहिम ने वादा किया था कि पाकिस्तान को हराने पर टीम इंडिया के सभी क्रिकेटर्स को कार गिफ्ट की जाएगी। जब टीम इंडिया ड्रेसिंगरूम में थी तब दाउद ड्रेसिंग रूम में पहुंच थे और उस समय कपिल देव काफी गुस्सा हुए थे और दाउद को बाहर जाना पड़ा था।
Team India Dressing Room
3. साल 2000 की बात है जब आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट हो रहे थे और युवराज का ये डेब्यू मैच था। टीम के कप्तान सौरव गांगुली ने युवी से पहली शाम पूछा, ‘ओपन करेगा ना’। युवी ने हां कह दिया लेकिन मन में उथल-पुथल के साथ रातभर परेशान थे। अगले दिन पैड पहनकर वे बल्लेबाजी के लिए जाने को तैयार थे तो उन्हें पता चला कि गांगुली ने मजाक किया था।
4. साल 2002 में इंग्लैंड में नेटवेस्ट ट्रॉफी सीरिज के दौरान टीम के कोच जॉन राइट थे। वे बेहद ही शांत स्वभाव के हुआ करते थे लेकिन एक दिन वे विरेंद्र सहवाग पर बिगड़ गए थे। सहवाग गलत शॉट के चलते आउट होकर ड्रेसिंग रूम में पहुंचे ही थे कि राइट ने सहवाग का कॉलर पकड़कर कुछ बोल दिया। इसके बाद उऩ्होंने द्रविड़ को कहा कि अगर सहवाग ऐसे आउट हुआ तो इसे टीम से निकाल देंगे।
5. साल 2005 के शुरुआत में ही पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के दौरान सभी भारतीय क्रिकटेर्स ने अपने कप्तान सौरव गांगुली को बेवकूफ बनाने की सोची और उस समय मास्टरमाइंड हरभजन सिंह थे। गांगूली पर झूठा आरोप लगाया कि उऩ्होने खिलाडि़यों की शिकायत की है। सभी ने गांगुली को घेर लिया और बहस होने लगी। गांगुली ने इस बातों को गलत बताया और कप्तानी छोड़ने की बात कह दी थी। गांगुली को दुखी देखते हुए राहुल द्रविड़ ने मामले का खुलासा किया और कहा कि आज एक अप्रैल है और आप बेवकूफ बन गए।
6. साल 2003 में वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके ऊपर करो या मरो की सिचुएशन सामने आ गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 359 रनों का टारगेट रखा था। बल्लेबाजी से पहले सभी भारतीय बल्लेबाज नर्वस थे लेकिन ऐसे में सचिन ने ड्रेसिंग रूम में एक यादगार स्पीच दी थी। उन्होंने कहा था, ‘क्या हम हर ओवर में एक बाउंड्री लगा सकते हैं ? अगर हां तो हम 50 से 200 रन आसानी से बना लेंगे।’
7. साल 2007 में टीम इंडिया बेहद शर्मनाक तरीके से बांग्लादेश से हारी थी। उस समय ड्रेसिंग रूम में सचिन ने तेज गेंदबाद मुनाफ पटेल से सवाल किया, ‘तुम्हे भारत जाने में डर तो नहीं लग रहा है?’ तो मुनाफ ने जवाब दिया, ‘पाजी…जहां मैं रहता हूं वहां मेरे 8 हजार लोग हैं और वही मेरी सिक्योरिटी करेंगे।’
टीम इंडिया 8. जब महेंद्र सिंह धोनी नये-नये टीम इंडिया में आए थे। ड्रेसिंग रूम में ज्यादातर क्रिकेटर्स उन्हें बिहारी कहकर बुलाते थे और इसमें युवराज सबसे आगे थे। वे हर समय धोनी को चिढ़ाते थे कि अगर तुम्हारी लंबी पारी टीम को जीत नहीं दिलाती तो सब बेकार है। जब धोनी ने वनडे में खुद को साबित किया था तब वो ये बोलने लगे कि टेस्ट में साबित करो तो माने। फिर धोनी ने ये पूछ ही डाला कि क्यों तुम बार-बार मुझे परेशान करते हो, हालांकि इसके बाद दोनों अच्छे दोस्त बन गए थे।
Team India Dressing Room
9. जब कोहली पहली बार टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में पहुंचे तो सभी ने मजाक बनाया और कोहली से कहा कि पहली बार यहां आने वाले हर प्लेयर को सचिन के पैर छूने होते हैं। जब सचिन वहां पहुंचे तो रोहली ने उनके पैर छू लिये। फिर ड्रेसिंगरूम में ठहाके गूंजने लगे।
10. टीम इंडिया के सबसे बड़े दीवानों में सबसे आगे नाम सुधीर कुमार चौधरी का आता है। वे मास्टर-ब्लास्टर सचिन के सबसे बड़े फैन हैं। सचिन खुद उन्हें बहुत सम्मान देते हैं और जब साल 2011 में भारत ने वर्ल्ड कप जीता था तब ट्रॉफी के साथ सचिन ने उनके साथ एक तस्वीर भी ली थी।
यह भी पढ़ें- Sourav Ganguly के 6 मशहूर किस्से जिसने उस दौर में खूब बटोरी सुर्खियां
भारतीय क्रिकेट टीम के सिर पर जितना प्रेशर होता है वो लोग उतना ही लाइफ को मजे के साथ जीते हैं। ऐसा आज से नहीं बल्कि दशकों से होता आ रहा है और अगर टीम इंडिया के सिर पर किसी गंभीर मैच का ज्यादा स्ट्रेस रहता है तब भी वे अपने हर पल को अच्छे से बिताते हुए मैदान में जाते हैं। कुछ ऐसा ही किस्सा आज हम आपको बताने जा रहे हैं जब Team India Dressing Room में मस्ती करती है तब क्या-क्या होता है और वे कितना धमाल मचाते हैं।
रोहित शर्मा से विवादों की खबरों के बीच यूएस-कैरेबियाई दौरे पर रवाना होने से ठीक पहले कप्तान विराट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और जोर देते हुए कहा था कि टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में माहौल बहुत अच्छा रहता है और सभी को अपना विचार रखने की आजादी भी वहां होती है। वाकई मैदान पर खिलाड़ियों का खेल ये बताने को काफी होता है कि ड्रेसिंग रूम का आखिर माहौल क्या होता है ?
क्या होता है Team India Dressing Room में
कभी किसी क्रिकेटर की बायोग्राफी या फिर किसी इंटरव्यू के जरिए भी अक्सर ड्रेसिंग रूम के अंदर की हलचल दुनिया के सामने आती है तो लोगो में उसे जानने की दिलचस्पी हो जाती है। इनमें से कुछ ऐसी ही कहानियां हैं जो बाहर आने के बाद हमेशा लोगों के दिमाग में दर्ज हो जाती है। ऐसी ही कुछ Team India Dressing Room की बातें हम आपको बताएंगे..
1. साल 1971 में फारुख इंजीनियर और सुनील गावस्कर का चयन रेस्ट ऑफ वर्ल्ड की टीम में हुआ था और मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से था। सुनील गावस्कर ने क्रिकेट में कदम रखा था जबकि इंजीनियर उनके सीनियल हुआ करते थे। इंजीनियर ने गावस्कर से ड्रेसिंग रूम में सलाह देने के इरादे से कहा कि शून्य पर आउट मत होना क्योंकि मेलबर्न पवेलियन से बहुत दूर है। इसमें मजेदार बात ये थी कि गावस्कर को हिदायत देने वाले इंजीनियर खुद शून्य पर आउट होकर लौटे थे और गावस्कर को बहुत हंसी आई थी।
2. साल 1986 में शारजहां में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच से पहले की एक बात है। मैच होने के बाद भारीतय क्रिकेट दिलीप वेंगसरकर द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में इस बात का खुलासा किया था कि दाउद इब्राहिम ने वादा किया था कि पाकिस्तान को हराने पर टीम इंडिया के सभी क्रिकेटर्स को कार गिफ्ट की जाएगी। जब टीम इंडिया ड्रेसिंगरूम में थी तब दाउद ड्रेसिंग रूम में पहुंच थे और उस समय कपिल देव काफी गुस्सा हुए थे और दाउद को बाहर जाना पड़ा था।
Team India Dressing Room
3. साल 2000 की बात है जब आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट हो रहे थे और युवराज का ये डेब्यू मैच था। टीम के कप्तान सौरव गांगुली ने युवी से पहली शाम पूछा, ‘ओपन करेगा ना’। युवी ने हां कह दिया लेकिन मन में उथल-पुथल के साथ रातभर परेशान थे। अगले दिन पैड पहनकर वे बल्लेबाजी के लिए जाने को तैयार थे तो उन्हें पता चला कि गांगुली ने मजाक किया था।
4. साल 2002 में इंग्लैंड में नेटवेस्ट ट्रॉफी सीरिज के दौरान टीम के कोच जॉन राइट थे। वे बेहद ही शांत स्वभाव के हुआ करते थे लेकिन एक दिन वे विरेंद्र सहवाग पर बिगड़ गए थे। सहवाग गलत शॉट के चलते आउट होकर ड्रेसिंग रूम में पहुंचे ही थे कि राइट ने सहवाग का कॉलर पकड़कर कुछ बोल दिया। इसके बाद उऩ्होंने द्रविड़ को कहा कि अगर सहवाग ऐसे आउट हुआ तो इसे टीम से निकाल देंगे।
5. साल 2005 के शुरुआत में ही पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज के दौरान सभी भारतीय क्रिकटेर्स ने अपने कप्तान सौरव गांगुली को बेवकूफ बनाने की सोची और उस समय मास्टरमाइंड हरभजन सिंह थे। गांगूली पर झूठा आरोप लगाया कि उऩ्होने खिलाडि़यों की शिकायत की है। सभी ने गांगुली को घेर लिया और बहस होने लगी। गांगुली ने इस बातों को गलत बताया और कप्तानी छोड़ने की बात कह दी थी। गांगुली को दुखी देखते हुए राहुल द्रविड़ ने मामले का खुलासा किया और कहा कि आज एक अप्रैल है और आप बेवकूफ बन गए।
6. साल 2003 में वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके ऊपर करो या मरो की सिचुएशन सामने आ गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 359 रनों का टारगेट रखा था। बल्लेबाजी से पहले सभी भारतीय बल्लेबाज नर्वस थे लेकिन ऐसे में सचिन ने ड्रेसिंग रूम में एक यादगार स्पीच दी थी। उन्होंने कहा था, ‘क्या हम हर ओवर में एक बाउंड्री लगा सकते हैं ? अगर हां तो हम 50 से 200 रन आसानी से बना लेंगे।’
7. साल 2007 में टीम इंडिया बेहद शर्मनाक तरीके से बांग्लादेश से हारी थी। उस समय ड्रेसिंग रूम में सचिन ने तेज गेंदबाद मुनाफ पटेल से सवाल किया, ‘तुम्हे भारत जाने में डर तो नहीं लग रहा है?’ तो मुनाफ ने जवाब दिया, ‘पाजी…जहां मैं रहता हूं वहां मेरे 8 हजार लोग हैं और वही मेरी सिक्योरिटी करेंगे।’
टीम इंडिया 8. जब महेंद्र सिंह धोनी नये-नये टीम इंडिया में आए थे। ड्रेसिंग रूम में ज्यादातर क्रिकेटर्स उन्हें बिहारी कहकर बुलाते थे और इसमें युवराज सबसे आगे थे। वे हर समय धोनी को चिढ़ाते थे कि अगर तुम्हारी लंबी पारी टीम को जीत नहीं दिलाती तो सब बेकार है। जब धोनी ने वनडे में खुद को साबित किया था तब वो ये बोलने लगे कि टेस्ट में साबित करो तो माने। फिर धोनी ने ये पूछ ही डाला कि क्यों तुम बार-बार मुझे परेशान करते हो, हालांकि इसके बाद दोनों अच्छे दोस्त बन गए थे।
Team India Dressing Room
9. जब कोहली पहली बार टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में पहुंचे तो सभी ने मजाक बनाया और कोहली से कहा कि पहली बार यहां आने वाले हर प्लेयर को सचिन के पैर छूने होते हैं। जब सचिन वहां पहुंचे तो रोहली ने उनके पैर छू लिये। फिर ड्रेसिंगरूम में ठहाके गूंजने लगे।
10. टीम इंडिया के सबसे बड़े दीवानों में सबसे आगे नाम सुधीर कुमार चौधरी का आता है। वे मास्टर-ब्लास्टर सचिन के सबसे बड़े फैन हैं। सचिन खुद उन्हें बहुत सम्मान देते हैं और जब साल 2011 में भारत ने वर्ल्ड कप जीता था तब ट्रॉफी के साथ सचिन ने उनके साथ एक तस्वीर भी ली थी।
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