तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (CDS Bipin Rawat Wife) का निधन हो गया है. सीडीएस स्टाफ सहित 14 लोगों की मौत इस हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में हुई है. सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने अपनी जांबाजी, वीरता, अदम्य साहस,रणनीतिक कौशल, दूरदर्शी फैसलों से भारतीय सेना को नईं ताकत मिली और दुश्मनों के छक्के छूटे. अब लोग CDS Bipin Rawat Family के बारे में जानना चाहते हैं.
सीडीएस बिपिन रावत का परिवार | CDS Bipin Rawat Family
बिपिन रावत और मधुलिका रावत के साथ दोनों बेटियां.
जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की दो बेटिया हैं जिनका नाम कृतिका रावत जो कि मुंबई में रहती हैं और दूसरी तारिणी जो कि दिल्ली में रहकर हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं. अब दोनों बेटियों पर पिता और माता को खोने का पहाड़ टूट चुका है. दिल्ली में 9 दिसंबर को सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार किया जाएगा. बेटियों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
बिपिन रावत और मधुलिका रावत, फोटो क्रेडिट: Aajtak
पूरे देश में दुख की लहर है और देश,देशवासियों की रक्षा करने तथा तिरंगे को ऊंचा रखने के लिए बिपिन रावत ने कई खूंखार आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
21वीं सदी में सीमा पर जाकर दुश्मन को उनके नापाक हरकतों का जवाब बिपिन जी ने ही दिया था. बिपिन रावत आतंक विरोधी अभियान में दो कदम आगे बढ़कर फैसले लेने वाले थे.
मधुलिका रावत और उनकी दोनों बेटियां.
1 जनवरी, 2019 को सीडीएस बिपिन रावत को भारत के पहले सीडीएस के रूप में नियुक्त किया गया था. 1 जनवरी, 2020 से पदभर संभाला और वे थल सेना के 27वें जनरल थे. जनरल रावत ने इंडियन मिलिट्री अकादमी(Indian Military Academy) और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ(Defence Services Staff) से शिक्षा ग्रहण की. साल 1978 में गोरखा राइफल्स (Gorkha Rifles) में वे पांचवी बटालियन में शामिल हुए. साल 1979 में उनकी पहली पोस्टिंग मिजोरम में दी गई थी और उसी दौरान उन्होंने अपनी बटालियन को लीड किया था.
तमिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका रावत (CDS Bipin Rawat Wife) का निधन हो गया है. सीडीएस स्टाफ सहित 14 लोगों की मौत इस हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे में हुई है. सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने अपनी जांबाजी, वीरता, अदम्य साहस,रणनीतिक कौशल, दूरदर्शी फैसलों से भारतीय सेना को नईं ताकत मिली और दुश्मनों के छक्के छूटे. अब लोग CDS Bipin Rawat Family के बारे में जानना चाहते हैं.
सीडीएस बिपिन रावत का परिवार | CDS Bipin Rawat Family
बिपिन रावत और मधुलिका रावत के साथ दोनों बेटियां.
जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की दो बेटिया हैं जिनका नाम कृतिका रावत जो कि मुंबई में रहती हैं और दूसरी तारिणी जो कि दिल्ली में रहकर हाई कोर्ट में प्रैक्टिस करती हैं. अब दोनों बेटियों पर पिता और माता को खोने का पहाड़ टूट चुका है. दिल्ली में 9 दिसंबर को सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार किया जाएगा. बेटियों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है.
बिपिन रावत और मधुलिका रावत, फोटो क्रेडिट: Aajtak
पूरे देश में दुख की लहर है और देश,देशवासियों की रक्षा करने तथा तिरंगे को ऊंचा रखने के लिए बिपिन रावत ने कई खूंखार आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है.
21वीं सदी में सीमा पर जाकर दुश्मन को उनके नापाक हरकतों का जवाब बिपिन जी ने ही दिया था. बिपिन रावत आतंक विरोधी अभियान में दो कदम आगे बढ़कर फैसले लेने वाले थे.
मधुलिका रावत और उनकी दोनों बेटियां.
1 जनवरी, 2019 को सीडीएस बिपिन रावत को भारत के पहले सीडीएस के रूप में नियुक्त किया गया था. 1 जनवरी, 2020 से पदभर संभाला और वे थल सेना के 27वें जनरल थे. जनरल रावत ने इंडियन मिलिट्री अकादमी(Indian Military Academy) और डिफेंस सर्विसेज स्टाफ(Defence Services Staff) से शिक्षा ग्रहण की. साल 1978 में गोरखा राइफल्स (Gorkha Rifles) में वे पांचवी बटालियन में शामिल हुए. साल 1979 में उनकी पहली पोस्टिंग मिजोरम में दी गई थी और उसी दौरान उन्होंने अपनी बटालियन को लीड किया था.