आज के समय में पूरी दुनिया कोरोनावायरस की मार सह रही है, कुछ देश ने अपने बेहतरीन काम से इस बीमारी पर काबू कर लिया है तो अमेरिका, जर्मनी और भारत सहित कई देश अभी भी इससे जूझ रहे हैं। ऐसे में कई लोग आगे आकर मानवता की नई मिसाल कायम कर रहे हैं। ऐसा ही हरियाणा के गुरुग्राम में भी हुआ जब वहां के नारायण हेल्थ ने 5 वेंटिलेटर्स डोनेट किए। चलिए बताते हैं पूरी खबर क्या है?
CoronaVirus काल में किए गए 5 वेंटिलेटर्स डोनेट
गुरुग्राम: डॉक्टर्स, नर्सेज और पैरामेडिकल टीम समेत सभी स्वास्थ्यकर्मी 24 घंटे काम कर रहे हैं। चेयरमैन डॉक्टर देवी शेट्टी के आधुनिक व किफायती दामों में इलाज उपलब्ध करवाने के सिद्धांतों को आगे बढ़ाते हुए नारायणा हेल्थ ने राधा मोहन मेहरोत्रा मेडिकल रिलीफ ट्रस्ट, एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस प्राइवेट लिमिटेड, नेस्ले इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया, जेलटेक प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से तकरीबन 5 लाख रुपये प्रति वेंटीलेटर के 5 वेंटिलेटर्स हेल्थ डिपार्टमेंट ऑफ़ गुरुग्राम को डोनेट किये। हरियाणा सरकार के निरंतर जारी प्रयासों के प्रति धन्यवाद प्रकट करने और मदद के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया। 10 जून 2020 को कमांडर नवनीत बाली, रीजनल डायरेक्टर, नार्थ इंडिया, नारायणा हेल्थ ने नारायणा अस्पताल, गुरुग्राम के कंसल्टेंट्स के साथ स्वयं श्री अमित खत्री, डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट, गुरुग्राम से मुलाकात की और ये वेंटिलेटर्स दिए।
5 वेंटिलेटर्स डोनेट
कमांडर नवनीत बाली, रीजनल डायरेक्टर, नार्थ इंडिया, नारायणा हेल्थ ने कहा कि, “यह ज़ाहिर है कि कोविड 19 के गंभीर मरीज़ों को वेंटिलेटर्स की सख्त ज़रूरत है, और अभी के हालात को देखते हुए वेंटिलेटर्स की डिमांड में भी बहुत इज़ाफ़ा हुआ है। इन वेंटिलेटर्स को सरकार को देने के साथ हम इस बात को अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी समझते हैं कि हम सरकार के प्रयास में मदद करें।” उन्होंने यह भी कहा कि, “हालात से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के तमाम प्रयासों में हम उसके साथ एकजुट हैं ।पब्लिक हेल्थ फैसिलिटीज कोविड के मरीज़ों की बेहतरी के लिए बहुत मेहनत कर रही है। मुझे उम्मीद है कि हम सभी लगातार प्रयासों से जल्द ही इस महामारी की चपेट से निकल आएंगे।”
हालांकि कोविड 19 के बहुत से केसेस में कोई लक्षण नहीं भी नज़र आते, लेकिन गंभीर मरीज़ों के इलाज के लिए वेंटिलेटर्स प्रमुख चिंता का विषय है, जिनके लिए सही से सांस लेना भी संघर्ष है। हमारे स्वास्थ्यकर्मी इस महामारी से लड़ने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। सोशल डिस्टैन्सिंग के नियमों का पालन करें और संक्रमण से बचाव से संबंधित सभी हिदायतों का पालन करें। इसी तरह अपने आप को संक्रमण से बचाकर हमारे स्वास्थ्यकर्मियों की मदद करें। हम सभी को अपनी क्षमताओं के अनुसार इस महामारी से लड़ने के लिए मदद का हाथ बढ़ाना चाहिए।
यह भी पढ़िए- जीवन परिचय: टेनिस प्लेयर से किरण बेदी कैसे बनी भारत की पहली महिला IPS?
आज के समय में पूरी दुनिया कोरोनावायरस की मार सह रही है, कुछ देश ने अपने बेहतरीन काम से इस बीमारी पर काबू कर लिया है तो अमेरिका, जर्मनी और भारत सहित कई देश अभी भी इससे जूझ रहे हैं। ऐसे में कई लोग आगे आकर मानवता की नई मिसाल कायम कर रहे हैं। ऐसा ही हरियाणा के गुरुग्राम में भी हुआ जब वहां के नारायण हेल्थ ने 5 वेंटिलेटर्स डोनेट किए। चलिए बताते हैं पूरी खबर क्या है?
CoronaVirus काल में किए गए 5 वेंटिलेटर्स डोनेट
गुरुग्राम: डॉक्टर्स, नर्सेज और पैरामेडिकल टीम समेत सभी स्वास्थ्यकर्मी 24 घंटे काम कर रहे हैं। चेयरमैन डॉक्टर देवी शेट्टी के आधुनिक व किफायती दामों में इलाज उपलब्ध करवाने के सिद्धांतों को आगे बढ़ाते हुए नारायणा हेल्थ ने राधा मोहन मेहरोत्रा मेडिकल रिलीफ ट्रस्ट, एचडीएफसी एर्गो जनरल इंश्योरेंस प्राइवेट लिमिटेड, नेस्ले इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया, जेलटेक प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से तकरीबन 5 लाख रुपये प्रति वेंटीलेटर के 5 वेंटिलेटर्स हेल्थ डिपार्टमेंट ऑफ़ गुरुग्राम को डोनेट किये। हरियाणा सरकार के निरंतर जारी प्रयासों के प्रति धन्यवाद प्रकट करने और मदद के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया। 10 जून 2020 को कमांडर नवनीत बाली, रीजनल डायरेक्टर, नार्थ इंडिया, नारायणा हेल्थ ने नारायणा अस्पताल, गुरुग्राम के कंसल्टेंट्स के साथ स्वयं श्री अमित खत्री, डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट, गुरुग्राम से मुलाकात की और ये वेंटिलेटर्स दिए।
5 वेंटिलेटर्स डोनेट
कमांडर नवनीत बाली, रीजनल डायरेक्टर, नार्थ इंडिया, नारायणा हेल्थ ने कहा कि, “यह ज़ाहिर है कि कोविड 19 के गंभीर मरीज़ों को वेंटिलेटर्स की सख्त ज़रूरत है, और अभी के हालात को देखते हुए वेंटिलेटर्स की डिमांड में भी बहुत इज़ाफ़ा हुआ है। इन वेंटिलेटर्स को सरकार को देने के साथ हम इस बात को अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी समझते हैं कि हम सरकार के प्रयास में मदद करें।” उन्होंने यह भी कहा कि, “हालात से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के तमाम प्रयासों में हम उसके साथ एकजुट हैं ।पब्लिक हेल्थ फैसिलिटीज कोविड के मरीज़ों की बेहतरी के लिए बहुत मेहनत कर रही है। मुझे उम्मीद है कि हम सभी लगातार प्रयासों से जल्द ही इस महामारी की चपेट से निकल आएंगे।”
हालांकि कोविड 19 के बहुत से केसेस में कोई लक्षण नहीं भी नज़र आते, लेकिन गंभीर मरीज़ों के इलाज के लिए वेंटिलेटर्स प्रमुख चिंता का विषय है, जिनके लिए सही से सांस लेना भी संघर्ष है। हमारे स्वास्थ्यकर्मी इस महामारी से लड़ने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। सोशल डिस्टैन्सिंग के नियमों का पालन करें और संक्रमण से बचाव से संबंधित सभी हिदायतों का पालन करें। इसी तरह अपने आप को संक्रमण से बचाकर हमारे स्वास्थ्यकर्मियों की मदद करें। हम सभी को अपनी क्षमताओं के अनुसार इस महामारी से लड़ने के लिए मदद का हाथ बढ़ाना चाहिए।
यह भी पढ़िए- जीवन परिचय: टेनिस प्लेयर से किरण बेदी कैसे बनी भारत की पहली महिला IPS?